Surya Grahan in Pariba दिवाली के परीबा पर यह सूर्यग्रहण काफी खास है। यह सूर्य ग्रहण कुल 04 घंटे 03 मिनट का होगा. भारत में यह सूर्य ग्रहण आंशिक रूप से दिखाई देगा. सूर्य ग्रहण का सूतक 12 घंटे पहले से ही शुरू हो जाता है. काशी के ज्योतिष मर्मज्ञ श्रीनाथ प्रपन्नाचार्य की मानें तो सूर्य ग्रहण के सूतक काल के दौरान सभी प्रकार के शुभ व मांगलिक कार्य वर्जित होते हैं. इतना ही नहीं सूतक काल में हमारे दैनिक दिनचर्या के भी कुछ कार्य वर्जित होते हैं. आइए जानते हैं कब से शुरू हो रहा है सूतक काल और इस दौरान क्या नहीं करना चाहिए.
12 घण्टे पहले सूतक
ज्योतिषाचार्य के अनुसार सूर्य ग्रहण का सूतक ग्रहण के 12 घंटे पहले लग जाता है. 25 अक्टूबर को ग्रहण दोपहर 02 बजकर 29 मिनट पर आइसलैंड से शुरू होगा, जो शाम 06 बजकर 20 मिनट पर अरब सागर में समाप्त होगा. सूर्य ग्रहण का प्रभाव भारत में करीब 04 बजकर 29 मिनट से शुरू होगा, जो शाम 06 बजकर 20 मिनट पर समाप्त होगा. वहीं सूर्य ग्रहण का सूतक सुबह करीब 04 बजकर 21 मिनट लग जाएगा. सूतक काल सूर्यास्त के बाद खत्म हो जाएगा.
सूर्य ग्रहण के दौरान न करें ये काम
- सूर्य ग्रहण का सूतक न तो भोजन बनाएं और न ही पहले का बना हुआ खाएं.
- सूर्य ग्रहण से पहले ही खाने पीने वाले वस्तुओं में तुलसी का पत्ता डालकर और जिस पात्र में रखा है उसमें गाय का गोबर लगाकर रख दें.
- सूर्य ग्रहण के दौरान गर्भवती महिलाएं विशेष सावधानी बरतें, वे ग्रहण काल के दौरान न तो सोएं और न ही कुछ खाएं. इस दौरान गर्भवती महिलाएं नुकीली चीजों का इस्तेमाल न करें.
- सूतक काल के दौरान घर के मंदिर में देवी-देवाताओं की प्रतिमाओं को ढक कर रखें. इस दौरान पूजा पाठ बिल्कुल न करें.
- सूर्य ग्रहण के समय यानी 04 बजकर 29 मिनट से सूर्यास्त तक यदि संभव हो तो शौच न करें.
- सूर्य ग्रहण का समय अशुभ माना जाता है ऐसे में इस दौरान किसी भी नए कार्य की शुरुआत न करें.
- सूर्य ग्रहण के दौरान न तो सोएं और न ही यात्रा करें.
सूर्य ग्रहण में इन लोगों को छूट
सूर्य ग्रहण के सूतक के दौरान उपरोक्त सभी कार्य वर्जित है. हालांकि बाल, वृद्धि और रोगी के लिए यह नियम मान्य नहीं है. साथ ही जिन लोगों के अंदर ये सब सहम करने की क्षमता नहीं है वो लोग खाना पीना कर सकते हैं. ग्रहण काल के टाइम यदि संभव हो तो खाने पीने से परहेज करें