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TAF-COP Portal: अब एक क्लिक पर पता लगेगा आपके नाम पर चल रहे हैं कितने मोबाइल नंबर

https://tafcop.dgtelecom.gov.in/ लांच किया है। अप्रैल में यह सुविधा शुरू कर दी गई है।

<strong>TAF-COP Portal।</strong> कई बार सुनने में आता है कि आधार कार्ड और अन्य दस्तावेजों का उपयोग करते हुए किसी अपराधी ने सिम कार्ड टेलीकाम कंपनी से जारी करा ली है। ऐसे मामलों में जिस व्यक्ति के नाम से सिम जारी होती है पुलिस उसे पकड़ती है और पता लगता है कि उस व्यक्ति को भी जानकारी नहीं है कि उसके नाम से किसी ओर ने सिम कार्ड जारी करा लिया है। अब इस तरह के मामलों पर रोक लग सकेगी। भारत सरकार के डिपार्टमेंट आफ टेलीक्यूनिकेशन (डीओटी) ने टेलीकाम एनालिटिक्स फार फ्राड मैनेजमेंट एंड कंज्यूमर प्रोटेक्शन (टीएएफसीओपी) बनाया है। इसका पोर्टल https://tafcop.dgtelecom.gov.in/ लांच किया है। अप्रैल में यह सुविधा शुरू कर दी गई है। इससे अगर आपकी जानकारी के बिना आपके नाम से कोई मोबाइल नंबर जारी करवाता है तो उसकी जानकारी ली जा सकती है।

इससे अब जानना आसान हो जाएगा कि आपके नाम से कितने मोबाइल नंबर चल रहे हैं। वेबसाइट पर सुविधा दी गई है कि व्यक्ति आवेदन करके अपने नाम से अंजान लोगों द्वारा चलाए जा रहे नंबरों को बंद करवा सकता है। यह सुविधा फिलहाल देश में आंध्र प्रदेश और तेलंगाना में शुरू हुई है। जल्द ही देश के अन्य राज्यों के मोबाइल उपभोक्ता भी इसका उपयोग कर सकेंगे।

ऐसे पता कर सकेंगे कितने नंबर चल रहे हैं

पोर्टल पर जाकर आसानी से अपने नाम पर चल रहे सभी मोबाइल नंबर जान सकते हैं। इसके लिए कोई भी अपना एक्टिव नंबर डालना होगा इसके बाद मोबाइल पर एक ओटीपी नंबर भेजा जाएगा।

इसे पोर्टल पर डालकर सभी मोबाइल नंबर की जानकारी मिल जाएगी। एसएमएस के जरिए भी व्यक्ति को मोबाइल पर एक्टिव मोबाइल की जानकारी भेजी जाएगी। व्यक्ति की रिक्वेस्ट के आधार पर टेलीकाम कंपनी उसके नाम से चल रहे सिम कार्ड को ब्लाक कर देगी।

सायबर अपराध रोकने में मदद मिलेगी

आइटी और टेलीकम्यूनिकेशन इंजीनियरिंग के विशेषज्ञ राकेश उपाध्याय का कहना है कि नियम अनुसार एक व्यक्ति नौ सिम कार्ड जारी करवा सकता है लेकिन इससे ज्यादा सिम भी कई व्यक्तियों के नाम से चल रही है। इससे कई तरह के अपराध होते हैं।

अब हर व्यक्ति अपने एक्टिव नंबरों की जानकारी ले सकते हैं और किसी ओर के पास मोबाइल नंबर चल रहा है तो उसे बंद करवा सकते हैं। इंदौर सायबर सेल के एसपी जितेंद्र सिंह का कहना है कि कई सालों से टेलीकाम कंपनियों से इस तरह की सेवा की उम्मीद थी। अब इसकी शुरुआत होने से धीरे-धीरे सभी राज्यों के मोबाइल डाटा टेलीकाम कंपनियों एक सर्वर पर अपलोड करेगी। इससे व्यक्ति को अपने नाम से जारी सिम कार्ड की सही स्थिति पता लग सकेगी। इससे सायबर अपराधों को रोकने में काफी मदद मिलेगी।

अब उपभोक्ता अपने पुराने नंबर नहीं भूल पाएंगे

बीएसएनएल के इंदौर के जनरल मैनेजर संजीव सिंघल का कहना है कि इस सेवा के बारे में हमें जानकारी लगी है। कुछ समय में पूरे देशभर के उपभोक्ता इस सेवा से जुड़ सकेंगे। इससे कई तरह के लाभ होंगे। कई उपभोक्ता अपने पुराने मोबाइल नंबर भूल जाते हैं उनकी जानकारी मिल सकेगी। पुलिस और कानूनी कार्रवाई में पोर्टल के माध्यम से पता लग सकेगा कि व्यक्ति के नाम पर कितने सिम कार्ड जारी हुए है। भविष्य में इसके और भी कई फायदे दिखाई देंगे।

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