Taliban Hang Dead Body of Journalist: अफगानिस्तान में तालिबान ने क्रूरता की सारी हदें पार करते हुए एक पत्रकार की हत्या कर उसका शव क्रेन से लटका दिया है. जानकारी के मुताबिक पत्रकार होनर अहमद की हत्या कर हेरात शहर (Herat City) के मुख्य चौराहे पर उनका शव लटकाया गया. शव को देखने के लिए यहां लोगों की भारी भीड़ भी जुटी. प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि तालिबानी लड़ाके पश्चिमी अफगानिस्तान के इस शहर के मुख्य चौराहे पर चार शव लेकर आए थे. एक शव को यहीं लटका दिया गया, जबकि तीन शव दूसरी जगह ले जाए गए.
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक तालिबानी चौराहे पर चार शव लेकर आए थे. इन्होंने कहा कि ये सभी अपहरण करने की कोशिश के वक्त पकड़े गए थे और फिर पुलिस ने इन्हें मार दिया (Taliban Public Killings). तालिबान ने सार्वजनिक तौर पर हत्या करने और शव लटकाने से जुड़ी इस खबर को लेकर आधिकारिक तौर पर अभी तक कुछ नहीं कहा है. लेकिन इस घटना से पता चलता है कि मानवाधिकारों का वादा करने वाले इस संगठन ने एक बार फिर अपने पुराने क्रूरता भरे नियमों को लागू करना शुरू कर दिया है.
हाथ-पैर काटने जैसी सजा देना शुरू
एक दिन पहले ही तालिबानी नेता मुल्लाह नूरुद्दीन तुराबी (Mullah Nooruddin Turabi) ने कहा था कि तालिबानी सरकार एक बार फिर लोगों को सार्वजनिक तौर पर फांसी की सजा देना और हाथ-पैर काटना शुरू करेगी. तुराबी वही है, जिसे तालिबान के पिछले शासन (1996-2001) में कठोरता से शरिया कानून लागू करने के लिए जिम्मेदार माना जाता है. इस तरह की सजा देने से जुड़े मंत्रालय को एक बार फिर से स्थापित किया गया है. इसी मंत्रालय के तहत तालिबान ने पिछले शासन में क्रूर हत्याओं का आदेश दिया था.
किस अपराध पर कौन सी सजा?
तालिबान के एक अधिकारी ने हाल ही में कहा था कि उनकी सरकार ‘इस्लामिक नियमों’ के मुताबिक लोगों को सजा देगी. मोहम्मद यूसुफ नाम के इस अधिकारी ने कहा कि अगर कोई जानबूझकर किसी की हत्या करता है, तो उस व्यक्ति को मार दिया जाएगा लेकिन अगर हत्या जानबूझकर नहीं की गई तो अन्य प्रकार की सजा भी हो सकती है (Punishments in Taliban Regime). यूसुफ ने कहा कि चोरी करने वाले के हाथ काट दिए जाएंगे, जबकि ‘अवैध संभोग’ में शामिल लोगों को कोड़े मारे जाएंगे.