@TwitterIndia ट्विटर के सीईओ बनते ही पराग अग्रवाल कई तरह की नई पॉलिसी ला रहे हैं। 29 नवंबर को उन्होंने सीईओ का पद संभाला था और दो दिन बाद यानी एक दिसंबर को निजी सूचना सुरक्षा नीति की पॉलिसी को अपडेट कर दिया। इस बीच गुरुवार को अचानक से लाखों ट्विटर यूजर्स ने फॉलोअर्स की संख्या घटने की शिकायत शुरू कर दी। कई वैरीफाइड यूजर्स से ब्लू टिक भी ट्विटर ने वापस ले लिया। अचानक से ट्विटर पर इस बदलाव से यूजर्स परेशान हो गए हैं। लोगों ने ट्विटर हेल्प डेस्क और सीईओ पराग अग्रवाल को टैग करके इसकी शिकायत की है। अभी तक ट्विटर की तरफ से ये साफ नहीं हो पाया है कि आखिर अचानक से फॉलोअर्स की संख्या घटने का क्या कारण है?
क्या फेक अकाउंट पर कार्रवाई हो रही?
अचानक से फॉलोअर्स कम होने से जहां, एक तरफ लोग परेशान हैं, वहीं दूसरी ओर इसको लेकर तमाम तरह के कयास लगाए जा रहे हैं। आईआईटी कानपुर के कंप्यूटर साइंस के प्रोफेसर डॉ. संदीप शुक्ला कहते हैं, ‘अचानक से हो रहे इस बदलाव का सही कारण तो ट्विटर ही बता सकता है। हालांकि ऐसा संभव है कि ट्विटर ने फेक अकाउंट्स पर कार्रवाई शुरू की हो। इसके चलते उन अकाउंट्स को सस्पेंड किया जा रहा हो, जो ट्विटर के नियमों के तहत न हों। अगर ऐसा है तो ये बड़ा और सकारात्मक कदम है। ट्विटर से फेक अकाउंट हटने से फेक न्यूज और तनाव फैलाने वाले पोस्ट पर काफी हद तक रोक लग सकेगा।’
सुरक्षा नीति में किया है बदलाव
इससे पहले मंगलवार को ही ट्विटर ने निजी सूचना सुरक्षा नीति को अपडेट किया है। इससे निजी व्यक्तियों की सहमति के बिना उनकी तस्वीरों या वीडियो को साझा करने की अनुमति किसी अन्य को नहीं दिया जा सकेगा। कंपनी ने एक ब्लॉग पोस्ट के माध्यम से सूचित किया था कि अब कंपनी अपनी निजी सूचना नीति के दायरे का विस्तार कर रही है, जिसमें निजी मीडिया में तस्वीरें और वीडियो को शामिल किया गया है।
अभी तक कोई भी यूजर दूसरे यूजर के वीडियोज और फोटोज को बिना उसकी अनुमति भेज देते थे। फोटो और वीडियोज को लेकर कंपनी की ओर से लिए गए फैसले का मकसद उत्पीड़न विरोधी नीतियों को और मजबूत करना और महिला यूजर्स को सुरक्षित रखना।