Udhna Varanasi Express में सफर के दौरान जीवनसाथी का हमेशा के लिए छूट गया साथ तो दो मासूम बच्चों के साथ पत्नी के सामने संकट का पहाड़ टूट पड़ा। उसे कुछ समझ नहीं आ रहा था कि अब करें तो क्या करें। फिर कटनी में कुछ लोगों और कोतवाली टीआई की सह्रदयता ने अकेली बेबस महिला को उसके पति के शव के साथ उसके घर प्रयागराज भिजवाने की व्यवस्था करवाई। पढ़िये इस पूरे वाकये को।
Train में यात्रा के दौरान एक यात्री की सांसे थम गईं। यात्री अपनी पत्नी और बच्चों के साथ मुंबई से प्रयागराज जा रहा था। इस बीच कटनी स्टेशन के पहले उसको हार्टअटैक आ गया। कोतवाली पुलिस और समाज सेवियों के सहयोग से उसे एंबुलेंस उपलब्ध कराकर उसके गांव भेजा गया।
GRP टीआई बलराम यादव ने बताया कि उन्हें उप स्टेशन प्रबंधक ने सूचना दी थी कि उदना बनारस एक्सप्रेस में एक यात्री की मौत हो गई। जिसके बाद जीआरपी टीम रेलवे स्टेशन के प्लेटफार्म पहुंची। ट्रेन के कटनी स्टेशन पहुंचने पर जीआरपी टीम ने यात्री के शव को अपने कब्जे में लेकर पंचनामा कार्रवाई के बाद पोस्टमार्टम के लिए भेजा है। टीआई बलराम यादव ने बताया कि इलाहाबाद की पिपरकुंडी निवासी उदना-बनारस एक्सप्रेस के कोच नंबर डी के बर्थ नंबर 58, 59 पर कमला देवी अपने दो छोटे बच्चे और पति मुकेश कुमार के साथ यात्रा कर रही थी। वे लोग मुंबई से अपने घर लौट रहे थे। पति मजदूरी का काम करता है।
पुलिस ने बताया कि महिला की आर्थिक स्थित अच्छी नहीं थी। जिसके कारण उसका आर्थिक रुप से सहयोग किया गया। कोतवाली टीआई अजय सिंह भी वहां पर पहुंचे और आर्थिक रुप से सहयोग किया। इसके अलावा कुछ समाजसेवियों ने भी उसका सहयोग किया। एंबुलेंस के माध्यम से यात्री के शव को उसके गांव भेजा गया है