UNESCO ने दुर्गा पूजा को दिया हेरिटेज का दर्जा

UNESCO ने दुर्गा पूजा को दिया हेरिटेज का दर्जा

UNESCO पश्चिम बंगाल के लोगों के लिए एक बड़ी खुशखबरी है। संयुक्त राष्ट्र संघ की सांस्कृतिक ईकाई UNESCO ने कोलकाता की दुर्गा पूजा (Kolkata Durga Puja) को मानवता की अमूर्त सांस्कृतिक विरासत की सूची में शामिल कर लिया है।

यूनेस्को की पेरिस में आयोजित अंतर सरकारी समिति के 16 वें सत्र के दौरान कोलकाता में दुर्गा पूजा को यूनेस्को की मानवता की अमूर्त सांस्कृतिक विरासत की प्रतिनिधि सूची ( UNESCO’s Representative List of Intangible Cultural Heritage of Humanity) में शामिल किया गया है। बता दें कि बंगाल में दुर्गा पूजा बहुत ही धूमधाम से मनाई जाती है और ये बंगाल की संस्कृति के साथ जुड़ा हुआ है। बंगाल सरकार ने यूनेस्को से दुर्गा पूजा को विरासत का दर्जा देने की अपील की थी, जिसे यूनेस्को ने मंजूरी दे दी है।

लिंग और आर्थिक तबके की बाधाओं को पार करते हुए इसके सर्व-समावेशी दृष्टिकोण के लिए इसकी विशेष रूप से प्रशंसा की गई है। इस तरह बंगाल की दुर्गा पूजा को अब विश्व स्तर पर मान्यता मिल गयी है। बता दें कि दुर्गा पूजा के दौरान पूरे बंगाल का स्वरुप बदल जाता है और हर जगह मां दुर्गा की पूजा की गूंज उठती है।

बंगाल सरकार की ओर से प्रत्येक साल दुर्गा पूजा कार्निवल का भी आयोजन किया जाता है। दुर्गा पूजा के दौरान बंगाल की राजधानी कोलकाता (Kolkata) के हर गली-चौराहे और सड़कों पर सुबह से ही माइक्रोफोन और लाउडस्पीकर पर माता की पूजा-अर्चना और मंत्र गूंजते रहते हैं। इसमें सभी धर्मों और संस्कृतियों के लोग शामिल होते हैं और यह त्यौहार धीरे-धीरे देश के तमाम हिस्सों में फैलता जा रहा है

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