UP Election चुनावी लड़ाई हुई दिलचस्प समाजवादी पार्टी (सपा) ने सोमवार को गोरखपुर-बस्ती मंडल के प्रत्याशियों की एक और सूची जारी की है। कुछ दिन पहले भाजपा छोड़कर सपा का दामन थामने वाली सुभावती शुक्ला को गोरखपुर शहर विधानसभा क्षेत्र से प्रत्याशी बनाया है। इसी सीट से मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भाजपा प्रत्याशी हैं। सुभावती, भाजपा के प्रदेश उपाध्यक्ष रहे स्वर्गीय उपेंद्र दत्त शुक्ला की पत्नी हैं।
UP Election सुभावती, भाजपा के प्रदेश उपाध्यक्ष रहे स्वर्गीय उपेंद्र दत्त शुक्ला की पत्नी
बसपा ने इसी सीट से ख्वाजा शमसुद्दीन को चुनाव मैदान में उतारा है। कांग्रेस ने अपना पत्ता अभी तक नहीं खोला है। सपा ने प्रत्याशियों की जो सूची जारी की है, उसके मुताबिक बस्ती के हर्रैया विधानसभा सीट से त्रियंबक पाठक को टिकट मिला है। संतकबीरनगर की खलीलाबाद सीट से अब्दुल कलाम को प्रत्याशी बनाया गया है। इस सीट से जय चौबे विधायक हैं।
UP Election चुनाव की घोषणा के बाद जय चौबे ने भाजपा छोड़कर सपा का दामन थामा
चुनाव की घोषणा के बाद जय चौबे ने भाजपा छोड़कर सपा का दामन थामा था, लेकिन सपा ने टिकट नहीं दिया है। मेंहदावल से जयराम पांडेय को सपा ने प्रत्याशी बनाया है। महराजगंज की नौतनवां सीट से कुंअर कौशल सिंह सपा प्रत्याशी बनाए गए हैं। सिसवां से सुशील टेबरीवाल और पनियरा से कृष्णभान सिंह सैंथवार को टिकट मिला है।
UP Election कुशीनगर की पडरौना सीट से विक्रमा यादव को चुनाव मैदान में
कुशीनगर की पडरौना सीट से विक्रमा यादव को चुनाव मैदान में उतारा गया है। इस सीट से पूर्व मंत्री स्वामी प्रसाद मौर्य विधायक हैं। हालांकि, वह भाजपा छोड़कर सपा का दामन थाम चुके हैं। इस बार कुशीनगर की ही फाजिलनगर सीट से चुनाव लड़ रहे हैं। वहीं, देवरिया की रुद्रपुर विधानसभा सीट से सपा ने प्रदीप यादव को प्रत्याशी बनाया है।
UP Election योगी आदित्यनाथ को घेरने की कोशिश
गोरखपुर शहर से सुभावती शुक्ला को चुनाव मैदान में उतारकर सपा ने भाजपा प्रत्याशी योगी आदित्यनाथ को घेरने की कोशिश की है। दरअसल, सुभावती के पति उपेंद्र को गोरखपुर शहर लोकसभा क्षेत्र से भाजपा ने उपचुनाव में उतारा था, लेकिन हार का सामना करना पड़ा था। उपचुनाव के कुछ दिन बाद ही उपेंद्र का निधन हो गया था।
UP Election उपेंद्र दत्त के बेटे अमित दत्त शुक्ला इस चुनाव में भाजपा से टिकट मांग रहे थे
उपेंद्र दत्त के बेटे अमित दत्त शुक्ला इस चुनाव में भाजपा से टिकट मांग रहे थे, लेकिन निराशा हाथ लगी। इसके बाद अमित दत्त शुक्ला अपनी मां व भाई के साथ 20 जनवरी को सपा में शामिल हो गए। अब सपा ने सुभावती को भाजपा के खिलाफ चुनाव मैदान में उतारकर लड़ाई को दिलचस्प बनाने का प्रयास किया है।