UP IT Raid : उत्तर प्रदेश के कानपुर में एक बड़े कारोबारी के सप्लायरों के ठिकानों पर टैक्स चोरी के मामले में जब छापेमारी (Raid) की गई, तो उसके ठिकानों से 150 करोड़ रुपये से अधिक की नकदी बरामद हुई है। कैश इतना ज्यादा था कि गिनती के लिए तीन नोट गिननेवाली मशीनें मंगवानी पड़ी। नोटों की गिनती अभी भी जारी है। अप्रत्यक्ष कर एवं सीमा शुल्क (Central Board of Indirect Taxes and Customs) के चेयरमैन ने बताया कि उनके विभाग के इतिहास की ये सबसे बड़ी बरामदगी है। गुड्स एंड सर्विस टैक्स इंटेलिजेंस यूनिट ने इत्र कारोबार से जुड़े कानुपर के एक बिजनेसमैन पीयूष जैन (Piyush Jain) के तीन ठिकानों पर छापेमारी की।
#WATCH | As per Central Board of Indirect Taxes and Customs chairman Vivek Johri, about Rs 150 crores have been seized in the raid, counting still underway.
Visuals from businessman Piyush Jain's residence in Kanpur. pic.twitter.com/u7aBTJhGxW
— ANI (@ANI) December 24, 2021
CBIC द्वारा जारी तस्वीरों में आयकर विभाग और जीएसटी अधिकारियों को कारोबारी के आवास में चादर पर नोटों के बीच में बैठे हुए देखा जा सकता है। उनके चारों को नकदी का ढेर लगा है और उनकी गिनती के लिए मशीनें लगी हैं। नोटों की गिनती के लिए स्टेट बैंक के अधिकारियों को बुलाया गया, और अब भी गिनती जारी है। विभाग ने जब्ती के वक्त का एक वीडियो भी जारी किया है।
A case of fake invoicing and fake credit reported. GST law is that if your invoice is more than a certain limit then you have to generate invoices. In search we found an item on which GST tax rate is of 28% plus cess: Vivek Johri, Chairman, CBIC on Kanpur search
— ANI (@ANI) December 24, 2021
कौन है ये कारोबारी?
जीएसटी विभाग के मुताबिक, पीयूष जैन ओडोकेम इंडस्ट्रीज का मालिक है, जो कानपुर स्थित सुगंधित तंबाकू के निर्माता सहित कई कंपनियों को परफ्यूमरी कम्पाउंड्स की आपूर्ति करता है। यह कानपुर की एक गुटखा कारोबारी को इत्र और कच्चा माल भी सप्लाई करता है। जीएसटी अधिकारियों के मुताबिकयह फर्जी चालान और बिना ई-वे बिल के जरिये माल निकालने से जुड़ा मामला है। कंपनी बिना ई-वे बिल बनाये, फ़र्ज़ी इनवॉइस के जरिये सामान भेज रही थी। फ़र्ज़ी फर्मों के नाम पर कई फ़र्ज़ी इनवॉइस बनाये गए थे। फर्जी कंपनियों के नाम से तैयार किए गए सभी चालान 50,000 रुपये से कम के हैं, ताकि ई-वे बिल से बचा जा सके। अधिकारियों ने फैक्टरी के बाहर सामान से लगे 4 ट्रक भी सीज किए हैं