Veer Bal Diwas: पीएम मोदी के बयान के बाद ट्विटर पर ट्रेंड हुआ औरंगजेब, प्रधानमंत्री ने की थी धर्मांतरण की निंदा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोमवार को पहले ‘वीर बाल दिवस’ कार्यक्रम में बोलते हुए मुगल शासक औरंगजेब पर जोरदार हमला बोला था।
पीएम मोदी ने औरंगजेब की क्रूरता की चर्चा की थी। पीएम मोदी ने कहा था कि मुगल बादशाह और उनके लोग तलवार के बल पर गुरु गोबिंद सिंह के बच्चों का धर्म परिवर्तन करना चाहते थे। लेकिन जब यह संभव नहीं हुआ तो उसने गुरु गोबिंद सिंह के बच्चों को मार डाला।
वहीं पीएम मोदी के इस आक्रामक भाषण के कुछ देर बाद ही ट्विटर पर ‘औरंगजेब’ ट्रेंड करने लगा। सोशल मीडिया पर कई यूजर आपस में भिड़ते दिखे। कइयों ने इतिहास को लेकर चर्चा करने लगे। कुछ यूजर्स ने कहा कि पीएम ने “मध्ययुगीन काल” के बारे में क्यों बात की और इस मुद्दे पर बोलना कितना प्रासंगिक था। जबकि कई अन्य लोगों का मानना था कि औरंगजब का उनका उल्लेख प्रासंगिक था क्योंकि उसने गुरु गोबिंद सिंह के बच्चों को मार डाला।
जानें औरंगजेब पर पीएम मोदी ने क्या कहा था?
पीएम मोदी ने कहा कि साहिबजादों ने इतना बड़ा बलिदान और त्याग किया, अपना जीवन न्यौछावर कर दिया, लेकिन इतनी बड़ी ‘शौर्यगाथा’ को भुला दिया गया। लेकिन अब ‘नया भारत’ दशकों पहले हुई एक पुरानी भूल को सुधार रहा है। औरंगजेब और उसके लोग तलवार के दम पर गुरु गोबिंद सिंह के बच्चों का धर्म परिवर्तन करना चाहते थे, इसलिए उन्होंने दो मासूम बच्चों को मारने का फैसला किया। उस युग की कल्पना कीजिए जब औरंगजेब के आतंक के खिलाफ, भारत को बदलने की उनकी योजनाओं के खिलाफ, गुरु गोबिंद सिंह जी पहाड़ की तरह खड़े थे। उन्होंने कहा कि एक तरफ धार्मिक कट्टरता से अंधी शक्तिशाली मुगल सल्तनत थी और दूसरी तरफ भारत के प्राचीन सिद्धांतों के अनुसार ज्ञान और जीवन जीने वाले हमारे गुरु थे। कुछ उपयोगकर्ताओं का विचार है कि पीएम ने मध्ययुगीन काल के बारे में क्यों बात की और इस मुद्दे पर बोलना कितना प्रासंगिक था। जबकि कई अन्य लोगों का मानना था कि औरंगजेब का उनका उल्लेख प्रासंगिक था क्योंकि उन्होंने गुरु गोबिंद सिंह के बच्चों को मार डाला।
भारतीय इतिहास पर पीएम मोदी
पीएम मोदी ने यह भी कहा कि भारत जैसा गौरवशाली इतिहास वाला कोई भी देश आत्मविश्वास और स्वाभिमान से भरा होना चाहिए। हालांकि, उन्होंने कहा कि मनगढ़ंत आख्यानों को हीन भावना को बढ़ावा देने के लिए सिखाया जाता है। प्रधानमंत्री ने कहा कि इतिहास के नाम पर लोगों को ऐसे पाठ पढ़ाए जा रहे हैं जो उनमें हीन भावना को बढ़ावा देते हैं और ‘अमृत काल’ में आगे बढ़ने और भविष्य में भारत को सफलता की ऊंचाइयों पर ले जाने के लिए हमें तोड़ना होगा। अतीत के संकीर्ण विचारों से मुक्त।