सांसारिक सुखों की वृद्धि कराने वाले महान ग्रह शुक्र 24 सितंबर की रात्रि 09 बजकर 03 मिनट पर सिंह राशि की यात्रा समाप्त करके कन्या राशि में प्रवेश कर रहे हैं। इसी के साथ ये नीच राशिगत संज्ञक भी हो जाएंगे। कन्या राशि पर ये 18 अक्टूबर की रात्रि 9 बजकर 38 मिनट तक गोचर करेंगे उसके बाद अपनी स्वयं की राशि तुला में प्रवेश कर जाएंगे। इनके राशि परिवर्तन का पृथ्वी वासियों पर सीधा प्रभाव पड़ता है। अतः सभी राशियों के लिए इनका गोचर कैसा रहेगा इसका ज्योतिषीय विश्लेषण करते हैं।
मेष राशि-
राशि से छठे शत्रु भाव में गोचर करते हुए शुक्र का प्रभाव आर्थिक रूप से बहुत अच्छा नहीं कहा जा सकता यद्यपि विलासिता पूर्ण वस्तुओं पर अधिक खर्च होगा फिर भी किसी न किसी कारण से मानसिक परेशानी का सामना ही करना पड़ेगा। गुप्त शत्रुओं की अधिकता रहेगी। लोग आपको नीचा दिखाने का एक भी अवसर नहीं छोड़ेंगे। स्वास्थ्य के प्रति चिंतनशील रहें। झगड़े विवाद और कोर्ट कचहरी से संबंधित मामले भी बाहर ही सुलझाएं। ननिहाल पक्ष से रिश्ते और मजबूत होंगे।
वृषभ राशि-
राशि से पंचम विद्या भाव में गोचर करते हुए शुक्र का प्रभाव आपके लिए किसी वरदान से कम नहीं है। शिक्षा प्रतियोगिता में अच्छी सफलता मिलेगी। प्रेम संबंधी मामलों में प्रगाढ़ता आएगी। प्रेम विवाह का भी निर्णय लेना चाह रहे हों तो उस दृष्टि से भी अवसर अनुकूल रहेगा। अपनी ऊर्जाशक्ति का भरपूर उपयोग करते हुए कार्य करेंगे तो अधिक सफल रहेंगे। लाभ के अवसर बढ़ेंगे। उच्चाधिकारियों से भी सहयोग मिलेगा। परिवार के वरिष्ठ सदस्यों तथा भाइयों से सुखद समाचार की प्राप्ति के संकेत है।
मिथुन राशि-
राशि से चतुर्थ सुख भाव में गोचर करते हुए शुक्र का प्रभाव हर तरह के विलासिता पूर्ण पदार्थों की प्राप्ति करवाने में मददगार सिद्ध होगा। जमीन-जायदाद से जुड़े मामले हल होंगे। मकान अथवा वाहन का भी क्रय करना श्रेयस्कर रहेगा। सम्बंधियों और मित्रों से भी सुखद समाचार की प्राप्ति होगी। माता पिता के स्वास्थ्य के प्रति चिंतनशील रहें। केंद्र अथवा राज्य सरकार के विभागों में प्रतीक्षित कार्य संपन्न होंगे। किसी नए टेंडर का आवेदन करना चाह रहे हों तो भी अवसर अनुकूल रहेगा।
कर्क राशि-
राशि से तृतीय पराक्रम भाव में गोचर करते हुए शुक्र का प्रभाव अदम्य आपको त्वरित निर्णय लेने वाला और साहसी बनाएगा। आपके द्वारा लिए गए निर्णय और किए गए कार्यों की सराहना होगी। धर्म और अध्यात्म के प्रति रूचि बढ़ेगी। विदेशी कंपनियों में सर्विस अथवा नागरिकता के लिए किया गया प्रयास सफल रहेगा। विद्यार्थियों एवं प्रतियोगिता में बैठने वाले छात्रों के लिए समय बेहद अनुकूल रहेगा। परिवार में छोटे भाइयों से मतभेद बढ़ने न दें। संतान संबंधी चिंता दूर होगी।
सिंह राशि-
राशि से द्वितीय धन भाव में गोचर करते हुए शुक्र उतार-चढ़ाव और कई तरह के अप्रत्याशित परिणामों का सामना करवाएंगे। स्वास्थ्य विशेषकर के दाहिनी आंख से संबंधित समस्या और पेट संबंधी विकारों से सावधान रहना पड़ेगा। आकस्मिक धन प्राप्ति का योग बनेगा। काफी दिनों का दिया गया धन भी वापस मिलने की उम्मीद। कार्य क्षेत्र में षड्यंत्र का शिकार होने से बचें। बेहतर रहेगा कार्य संपन्न करें और सीधे घर आएं। योजनाएं गोपनीय रखते हुए कार्य करेंगे तो अधिक सफल रहेंगे।
कन्या राशि-
आपकी राशि में गोचर करते हुए शुक्र का प्रभाव कई मायनों में बेहतरीन सफलता दिलाएगा। परिवार में मांगलिक कार्यों का सुअवसर आएगा। किसी नए मेहमान के आगमन से भी माहौल खुशनुमा रहेगा। शादी-विवाह से संबंधित वार्ता भी सफल रहेगी। सरकारी विभागों में किसी भी तरह के टेंडर का आवेदन करना चाह रहे हों तो उस दृष्टि से ग्रहफल अनुकूल रहेगा। ससुराल पक्ष से सहयोग मिलेगा। स्वास्थ्य विशेष करके पेट संबंधित समस्या से सावधान रहें।
तुला राशि-
राशि से बारहवें व्यय भाव में गोचर करते हुए शुक्र अत्यधिक भागदौड़ और खर्च का सामना करवाएंगे। यात्रा देशाटन का लाभ मिलेगा। विलासतापूर्ण वस्तुओं पर अधिक खर्च होगा। विदेशी कंपनियों में सर्विस अथवा नागरिकता के लिए किया गया प्रयास सफल रहेगा। विद्यार्थियों एवं प्रतियोगिता में बैठने वाले छात्रों को परीक्षा में अच्छे अंक लाने के लिए और प्रयास करने होंगे। कार्यक्षेत्र में षड्यंत्र का शिकार होने से बचें। कोर्ट कचहरी के मामले भी बाहर ही सुलझाएं।
वृश्चिक राशि-
राशि से एकादश लाभ स्थान में गोचर करते हुए शुक्र हर तरह से अच्छी सफलता दिलाएंगे। उच्चाधिकारियों से मधुर संबंध बनेगा। परिवार के वरिष्ठ सदस्यों तथा बड़े भाइयों से भी सहयोग के योग। कार्यक्षेत्र का विस्तार होगा। कोई भी बड़े से बड़ा कार्य आरंभ करना हो अथवा किसी नए अनुबंध पर हस्ताक्षर करना हो तो उसे दृष्टि से भी ग्रह गोचर अनुकूल रहेगा। संतान के दायित्व की पूर्ति होगी। प्रेम संबंधी मामलों में भी प्रगाढ़ता आएगी। प्रेम विवाह भी करना चाह रहे हों तो अवसर अनुकूल रहेगा।
धनु राशि-
राशि से दशम कर्म भाव में गोचर करते हुए शुक्र आपकी प्रभाव वृद्धि तो करेंगे ही लिए गए निर्णय की सराहना भी होगी। सामाजिक पद प्रतिष्ठा बढ़ेगी। किसी बड़े सम्मान व पुरस्कार की भी घोषणा हो सकती है। जमीन जायदाद से जुड़े मामलों का निपटारा होगा। मकान अथवा वाहन का भी क्रय करना चाह रहे हों तो उस दृष्टि से भी ग्रह गोचर अनुकूल रहेगा। मित्रों तथा संबंधों से सुखद समाचार प्राप्ति के योग। विदेश यात्रा अथवा वीजा आदि के लिए आवेदन करना हो तो अवसर अनुकूल रहेगा।
मकर राशि-
राशि से नवम भाग्य भाव में गोचर करते हुए शुक्र कई तरह के अप्रत्याशित और सुखद परिणामों का सामना करवाएंगे। रचनात्मक कार्यों में सफलता मिलेगी। किसी भी तरह की प्रतियोगी परीक्षा में बैठना चाह रहे हों तो भी परिणाम अच्छा रहेगा। केंद्र व राज्य सरकार के विभागों में प्रतीक्षित कार्य संपन्न होंगे। किसी बड़े टेंडर के लिए आवेदन करना चाह रहे हों अथवा नौकरी में नए अनुबंध पर हस्ताक्षर करना चाह रहे हों तो अवसर अच्छा है। स्वास्थ्य संबंधी समस्या से सावधान रहें।
कुंभ राशि-
राशि से अष्टम आयु भाव में गोचर करते हुए शुक्र का प्रभाव सामान्य ही रहेगा किंतु इस राशि के लिए शुक्र अकेले योगकारक कहे गए हैं इसलिए उतार-चढ़ाव के बावजूद जो कार्य चाहेंगे संघर्ष के बाद सफल रहेंगे। मान सम्मान तथा पद प्रतिष्ठा की वृद्धि होगी। स्वास्थ्य पर विपरीत प्रभाव पड़ेगा। कार्य क्षेत्र में भी षड्यंत्र का शिकार होने से बचें। विद्यार्थियों एवं प्रतियोगिता में बैठने वाले छात्रों को परीक्षा में अच्छे अंक लाने के लिए और प्रयास करने होंगे। विलासिता पूर्ण वस्तुओं पर अधिक खर्च होगा।
मीन राशि-
राशि से सप्तम दांपत्य भाव में गोचर करते हुए शुक्र का प्रभाव कई मायनों में बेहतरीन रहेगा किंतु स्वास्थ्य के प्रति हमेशा सावधान रहने की आवश्यकता है। शादी-विवाह से संबंधित वार्ता सफल रहेगी। दांपत्य जीवन में मधुरता आएगी। ससुराल पक्ष से भी सहयोग मिलेगा। जो लोग आपको नीचा दिखाने की कोशिश में लगे थे वही मदद के लिए आगे आएंगे। शासन सत्ता का पूर्ण सहयोग मिलेगा। उच्चाधिकारियों से संबंधों में मधुरता आएगी। संतान के दायित्व की पूर्ति होगी।