VIDEO आश्चर्यजनक घटना विशाखापत्तनम श्रीकाकुलम जिले के सुन्नापल्ली तट की है मंगलवार शाम को यहां सोने के रंग की परत चढ़ा एक खूबसूरत रथ बहते हुए आ गया।
मंगलवार शाम को यहां सोने के रंग की परत चढ़ा एक खूबसूरत रथ बहते हुए आ गया। यह रथ म्यांमार, मलेशिया या थाईलैंड से बहकर यहां पहुंचने की बात कही जा रही है। हालांकि संताबोम्मली के तहसीलदार जे चलमैय्या ने कहा कि यह किसी दूसरे देश से नहीं आया होगा। उन्होंने कहा कि रथ का इस्तेमाल भारतीय तट पर कहीं किसी फिल्म की शूटिंग के लिए किया गया होगा। लेकिन उच्च ज्वार की गतिविधि( high tidal activity) ने इसे श्रीकाकुलम तट पर ले आई।
मठ के जैसा है रथ का आकार
समुद्र में बहते रथ को लेकर स्थानीय ग्रामीणों ने उसे रस्सियों से बांधकर किनारे तक पहुंचाया। रथ का आकार दक्षिण पूर्व एशियाई देशों के एक मठ जैसा है। रथ के चक्रवात असानी के प्रभाव से भटकर यहां पहुंचने का अनुमान लगाया जा रहा है। चूंकि कम दबाव का क्षेत्र सबसे पहले दक्षिण अंडमान सागर पर बना था, इसलिए कयास लगाया जा रहा है कि ये रथ म्यांमार, थाईलैंड, मलेशिया या इंडोनेशिया जैसे अंडमान सागर के करीबी किसी देश का हो सकता है।
मठ के जैसा है रथ का आकार
समुद्र में बहते रथ को लेकर स्थानीय ग्रामीणों ने उसे रस्सियों से बांधकर किनारे तक पहुंचाया। रथ का आकार दक्षिण पूर्व एशियाई देशों के एक मठ जैसा है। रथ के चक्रवात असानी के प्रभाव से भटकर यहां पहुंचने का अनुमान लगाया जा रहा है। चूंकि कम दबाव का क्षेत्र सबसे पहले दक्षिण अंडमान सागर पर बना था, इसलिए कयास लगाया जा रहा है कि ये रथ म्यांमार, थाईलैंड, मलेशिया या इंडोनेशिया जैसे अंडमान सागर के करीबी किसी देश का हो सकता है।