कोलकाता। नारद स्टिंग मामले में सोमवार को सीबीआइ की कार्रवाई के बाद बंगाल में राजनीति फिर गरमा गई है। राज्य के दो मंत्रियों, एक विधायक व एक पूर्व मंत्री की गिरफ्तारी के विरोध में सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) के कार्यकर्ता पूर्ण लॉकडाउन के नियमों की धज्जियां उड़ाते हुए सड़क पर उतर आए हैं।
West Bengal: A large number of TMC supporters staged a protest outside the CBI office after four party leaders were arrested by the agency. pic.twitter.com/hFO9dDRCM8
— ANI (@ANI) May 17, 2021
सबसे पहले मुख्यमंत्री ममता बनर्जी सुबह करीब 10:48 बजे निजाम पैलेस में सीबीआइ के दफ्तर पहुंचीं और गिरफ्तारी का विरोध किया। साथ ही चेतावनी दी कि सीबीआइ को उन्हें भी गिरफ्तार करना होगा। देखते ही देखते सीबीआइ दफ्तर के बाहर टीएमसी कार्यकर्ताओं का हुजूम लगना शुरू हो गया। पहले यहां सीबीआइ के एक्शन के खिलाफ नारेबाजी हुई और कुछ ही देर में हालात इस कदर बेकाबू हो गए कि यहां पर पत्थरबाजी शुरू हो गई।इस दौरान केंद्रीय सुरक्षाबलों पर पत्थर, बोतल और अन्य सामान फेंके गए। यहां तक की तृणमूल कार्यकर्ता ने निजाम पैलेस के मुख्य द्वार पर सुरक्षाबलों द्वारा लगाए गए बैरीकेड को भी तोड़ दिया। जिसके बाद हालात पर काबू करने के लिए सुरक्षाबलों ने हल्का लाठीचार्ज किया। लाठीचार्ज के बाद स्थिति को नियंत्रित किया गया। वहीं, बाद में कोलकाता पुलिस ने यहां अलग से भी एक बैरिकेड लगा दिया है, ताकि समर्थक अंदर नहीं जा सके।हालांकि अभी भी तनावपूर्ण स्थिति बनी हुई है।निजाम पैलेस के बाहर भारी संख्या में तृणमूल कार्यकर्ता अभी भी जमा हैं और सीबीआइ व भाजपा के खिलाफ नारेबाजी कर रहे हैं। दरअसल सीबीआइ ने सोमवार सुबह नाटकीय तरीके से राज्य के हेवीवेट मंत्री फिरहाद हकीम, मंत्री सुब्रत मुखर्जी, विधायक मदन मित्रा व पूर्व मंत्री शोभन चटर्जी को गिरफ्तार कर लिया। इसी के बाद बवाल शुरू हुआ।
और कोलकाता सहित पूरे राज्य भर में सुबह से ही जमकर विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं। वहीं, कोलकाता में निजाम पैलेस यानी सीबीआइ दफ्तर के बाहर तृणमूल कार्यकर्ताओं ने जमकर हंगामा व बवाल किया है।