खंडवा में तीन बहनों की आत्महत्याका राज Voice Recorder से खुला। भाभी गेहूं नहीं देती थी, खेत में भी काम करने नहीं जाने दिया जाता था, बैल खुद के होने के बाद भी गेहूं पर भाभी ताला लगाकर रखती थी। बहन ससुराल में सुखी नहीं, जीजा शराब पीते हैं… इस तरह की चार वाइस रिकार्डिंग से पुलिस ने तीन बहनों सोनू, सावित्री और ललिता की आत्महत्या की गुत्थी सुलझा ली। शुक्रवार को पुलिस अधीक्षक विवेक सिंह ने प्रेसवार्ता कर मामले का राजफाश किया।
पुलिस अधीक्षक सिंह ने बताया कि गांव कोटाघाट में मंगलवार रात सोनू, सावित्री और ललिता का एक साथ फांसी पर लटक कर जान दी थी। सोनू के मोबाइल को जब्त किया गया था। मोबाइल का लाक खुलवाने में छोटे भाई की मदद ली। काल डिटेल और इंटरनेट मीडिया के माध्यम से भेज गए संदेश देखे गए।
फांसी लगाने से पहले तीनों ने बड़ी बहन चंपक से बात की। इसके बाद सोनू ने रात करीब नौ बजे चार वाइस रिकार्डिंग की। यह उसने गांव गुड़ी में रहने वाले बड़े भाई, बड़ी बहन और जीजा को भेजी। जीजा को भेजी रिकार्डिंग में उसने कहा कि वे शराब पीते हैं। साथ ही बहन सावित्री को परेशान करते हैं। उसे शादी के बाद कभी सुख नहीं दिया।
बड़ी बहन और भाई को भेजी रिकार्डिंग में कहा कि पिता की मौत के बाद गेहूं पर भाभी ने कब्जा कर रखा है। खेत हमारा भी है और बैल भी लेकिन न तो उन्हें खेत में काम करने दिया जाता है और न ही गेहूं देते हैं। मक्का की रोटी खाना पड़ती है। उसनेे गेहूं की कोठी में ताला लगा रखा है। इस बारे में कई बार भाई से कहा, लेकिन वह भाभी को कुछ नहीं कहता। सावित्री की शादी हुई लेकिन उसे भी ससुराल में सुख नहीं। जिरौती पर्व पर जब सावित्री को घर लेकर आई तो भाभी ने विवाद किया। गेहूं मांगे लेकिन नहीं दिए। इस तरह से तीनों बहनें काफी समय से अवसाद में थीं।
रस्सी खरीदने से पहले बनाया था वीडियो
सोनू के मोबाइल में वीडियो रिकार्डिंग मिली है। सोनू, सावित्री और ललिता बाइक से सिंगोट बाजार गई थीं। सोनू ने तीनों का एक साथ घूमते हुए वीडियो बनाया था। इसके बाद रस्सी लेकर घर आई थीं। जीजा दीपक का वीडियो भी है। इसमें जीजा नशे में धुत होकर बिस्तर पर लेटा हुआ है। तीनों बहनों में आपसी जुड़ाव था। तीनों में सोनू बड़ी थी। उसकी बात को सावित्री और ललिता मानती थी। परिवार ने किसी तरह की कार्रवाई नहीं करने की इच्छा जताई है।