Weather दिसंबर माह आधा बीत चुका है, लेकिन एक-दो दिन को छोड़कर अपेक्षित ठंड नहीं पड़ी है। मौसम विज्ञानी इसकी वजह पश्चिमी विक्षोभ के असर से बार-बार हवाओं का रुख बदलना बता रहे हैं। वर्तमान में भी उत्तर भारत और आसपास सक्रिय दो पश्चिमी विक्षोभ के कारण हवाओं का रुख बदला हुआ है। जिसके चलते वातावरण में आ रही नमी से बादल बन रहे हैं। इससे न्यूनतम तापमान में गिरावट नहीं हो रही है। हालांकि 19 दिसंबर को एक तीव्र आवृति के पश्चिमी विक्षोभ के प्रभाव से उत्तर भारत के पहाड़ों पर जबरदस्त बर्फबारी होने की उम्मीद जताई जा रही है। इसके बाद पश्चिमी विक्षोभ के आगे बढ़ने पर 22 दिसंबर से एक बार फिर ठंड के लौटने की संभावना है।
विज्ञान केंद्र के वरिष्ठ विज्ञानी पीके साहा ने बताया कि बुधवार को राजधानी का अधिकतम तापमान 27.9 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। यह सामान्य से एक डिग्री सेल्सियस अधिक रहा। साहा ने बताया कि वर्तमान में जम्मू-कश्मीर और अफगानिस्तान पर पश्चिमी विक्षोभ बने हुए हैं। हरियाणा पर हवा के ऊपरी भाग में एक चक्रवात भी बन गया है। इस वजह से हवाओं का रुख बार-बार बदल रहा है। हवाओं के साथ आ रही नमी के कारण बादल, कोहरा छा रहा है। इससे न्यूनतम तापमान में अपेक्षित गिरावट नहीं हो रही है। मौसम विज्ञान केंद्र के पूर्व वरिष्ठ विज्ञानी अजय शुक्ला ने बताया कि 19 दिसंबर को एक शक्तिशाली पश्चिमी विक्षोभ के उत्तर भारत में प्रवेश करने की संभावना है। इसके असर से पहाड़ों पर अच्छी बर्फबारी होने की उम्मीद है। दो दिन में यह सिस्टम उत्तर भारत से आगे बढ़ जाएगा। इसके बाद 22 दिसंबर से हवा का रुख उत्तरी होने लगेगा। सर्द हवाओं से ठंड के एक बार लौटने के आसार बनेंगे।