Weather Update Rain Alert: अलग–अलग स्थानाें पर सक्रिय मौसम प्रणालियाें के कारण मध्यप्रदेश में झमाझम वर्षा का सिलसिला बना हुआ है। विशेषकर राजधानी में तीन दिन से रुक-रुक कर तेज बौछारें पड़ रही हैं। जिसके चलते रविवार काे शहर के भदभदा एवं कलियासाेत डैम लबालब हाे गए। जिसके चलते उनके सभी गेट खाेलना पड़े।
उधर रविवार काे सुबह साढ़े आठ बजे से शाम साढ़े पांच बजे तक भाेपाल में 61.6, नर्मदापुरम में 22, गुना में 21, पचमढ़ी में 17, सागर में 15, सीधी में 14, नौगांव में नौ, धार में नौ, रतलाम में आठ, रीवा में सात, इंदौर में सात, जबलपुर में 5.8, खजुराहाे में 4.8, बैतूल में तीन, दमाेह में दाे, सिवनी में दाे, उज्जैन में एक, सतना में एक मिलीमीटर वर्षा हुई। मौसम विज्ञानियाें के मुताबिक साेमवार काे जबलपुर, शहडाेल, इंदौर संभागाें के जिलाें में भारी वर्षा हाेने की संभावना है। प्रदेश के शेष जिलाें में रुक-रुककर बौछारें पड़ सकती हैं।
मौसम विज्ञान केंद्र से मिली जानकारी के मुताबिक वर्तमान में द क्षि ण–पूर्वी मप्र पर एक ऊपरी हवा का चक्रवात बना हुआ है। मानसून ट्रफ भी मप्र के गुना, सतना से हाेकर गुजर रहा है। इस वजह से कई जिलाें में झमाझम वर्षा हाे रही है। हालांकि दक्षिण-पूर्वी मप्र में बना चक्रवात अब दक्षिण-पश्चिम राजस्थान की तरफ बढ़ने लगा है। इस वजह से साेमवार से भाेपाल, सागर, नर्मदापुरम संभागाें के जिलाें में वर्षा का सिलसिला थमने की संभावना है।
मौसम विज्ञान केंद्र के पूर्व वरिष्ठ मौसम विज्ञानी अजय शुक्ला ने बताया कि ओडिशा और उससे लगे छत्तीसगढ़ पर बना ऊपरी हवा का चक्रवात द क्षि ण–पूर्वी मध्यप्रदेश पर सक्रिय हाे गया है। दक्षिण-पश्चिम राजस्थान पर एक कम दबाव का क्षेत्र बन गया है। मानसून ट्रफ राजस्थान पर बने कम दबाव के क्षेत्र से लेकर जेसलमेर, काेटा, गुना, सतना, पेंड्रा राेड, झारसुगड़ा, ओडिशा से हाेकर बंगाल की खाड़ी तक बना हुआ है। इन तीन मौसम प्रणालियाें के असर से रविवार काे राजधानी में रुक–रुककर वर्षा हाेने की संभावना है।