Whatsapp status killed: व्हाट्सएप स्टेटस ने ली जान: प्रेशर के परिजनों ने दी खौफनाक मौत
Whatsapp status killed: कई अनसुलझे सवाल, जिइनका पुलिस नहीं दे पाई जवाब
Whatsapp status killed: बरेली जिले के जियानगला गांव के सुनील कुमार की हत्या उसकी प्रेमिका के घरवालों ने ही की थी। वे व्हाट्सएप स्टेटस पर प्रेमिका का फोटो लगाने से नाराज थे। सोमवार को पुलिस ने घटना का खुलासा करते हुए मामले में नामजद पांचों आरोपियों को कोर्ट में पेश किया।
कोर्ट ने उन्हें जेल भेज दिया। शीशगढ़ इलाके के गांव जियानगला में रहने वाले सुनील का गांव की ही दूसरे समुदाय की युवती से प्रेम प्रसंग था। इस मामले की जानकारी करीब चार महीने पहले युवती के परिजनों को हुई तो बखेड़ा खड़ा हो गया था।
उस वक्त ग्राम प्रधान ने पंचायत कराकर दोनों पक्षों में समझौता करा दिया था। पंचायत में तय हुआ था कि अब लड़का-लड़की एक-दूसरे से कोई वास्ता नहीं रखेंगे और न ही मिलेंगे। दो सितंबर की रात 11 बजे सुनील खाना खाकर छत पर सोने चला गया था।
अगले दिन गांव से आधा किलोमीटर दूर कुतुकपुर गांव के बाग में पेड़ से उसका शव लटका मिला था। परिजनों ने प्रेमिक के घरवालों पर हत्या का आरोप लगाया था।
अगले दिन गांव से आधा किलोमीटर दूर कुतुकपुर गांव के बाग में पेड़ से उसका शव लटका मिला था। परिजनों ने प्रेमिक के घरवालों पर हत्या का आरोप लगाया था।
हालांकि तत्कालीन इंस्पेक्टर अजयपाल सिंह ने आत्महत्या बताते हुए रिपोर्ट दर्ज करने से मना कर दिया था। इस पर नाराज परिजन ने 18 घंटे तक शीशगढ़-बहेड़ी रोड जाम रखा था। इसके बाद अधिकारियों के आदेश पर पांच लोगों के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज की गई थी।
नौ दिन बाद पुलिस ने आरोपियों को गिरफ्तार कर जेल भेजा
शीशगढ़ इंस्पेक्टर रामअवतार सिंह के मुताबिक सुनील का गांव की ही दूसरे समुदाय की युवती से प्रेम प्रसंग चल रहा था। तीन-चार महीने पहले सुनील ने लड़की की फोटो अपने व्हाट्सएप स्टेटस पर लगा ली। इसी रंजिश में युवती के परिवार वालों ने सुनील की हत्या की थी।
कई अनसुलझे सवाल, जिइनका पुलिस नहीं दे पाई जवाब
शीशगढ़ पुलिस ने इस घटना का खुलासा कर पांचों आरोपियों को जेल भेज दिया है, लेकिन अब भी कई ऐसे सवाल हैं जो अनसुलझे हैं। दीपक नाम के उस शख्स का क्या हुआ, जिसके सोशल मीडिया अकाउंट से ऑडियो और फोटो वायरल किए गए थे। साथ ही वह मुकेश नाम का शख्स कौन है, जिसका सुनील ऑडियो में बार-बार नाम ले रहा था। जब सुनील रात 11 बजे छत पर सोने गया था तो वह बाग तक कैसे पहुंचा। क्या उसे किसी ने फोन करके बुलाया था।