Woman Manager Suicide रानी शर्मा के पिता एएसआइ वेदराज शर्मा ने अपनी बेटी से मोबाइल पर हुई बातचीत एवं कॉल रिकॉर्डिंग के आधार पर फिर से विभागीय अधिकारियों पर प्रताड़ना का आरोप लगाया है।
वल्लभ भवन के उद्योग विभाग में 27 वर्षीय रानी शर्मा का तबादला एक छोटी सी बात पर इंदौर कार्यालय से भोपाल मंत्रालय में सीधे प्रमुख सचिव एवं एमडी ऑफिस कर दिया गया था।
भोपाल में मैनेजर का कोई पद नहीं था, इसके बावजूद रानी शर्मा को मंत्रालय अटैच किया गया था। रानी शर्मा के पिता एएसआइ वेदराज शर्मा ने अपनी बेटी से मोबाइल पर हुई बातचीत एवं कॉल रिकॉर्डिंग के आधार पर फिर से विभागीय अधिकारियों पर प्रताड़ना का आरोप लगाया है।
पिता वेदराज का कहना है कि उनकी बेटी को इंदौर से भोपाल एक मीटिंग में शामिल होने के लिए बुलाया था और वो नहीं आई। दरअसल, इंदौर कार्यालय के ईडी सक्सेना ने खुद रानी को मना कर मीटिंग में आने के लिए अपना नाम आगे बढ़ा दिया था। बैठक में जब सक्सेना अधिकारियों के सवालों का जवाब नहीं दे पाए तो इस बात से नाराज होकर विभाग के एक अधिकारी ने सजा बतौर रानी शर्मा को तत्काल प्रभाव से कार्यालय अटैच कर भोपाल आने के निर्देश दिए थे।
भोपाल कार्यालय में प्रमुख सचिव के निजी सचिव के अंडर में काम पर लगा दिया गया। रानी शर्मा ने कई बार अपने जूनियर होने का हवाला देकर वरिष्ठ अधिकारियों द्वारा काम का अतिशय बोझ लादे जाने की बात कही थी। गौरतलब है कि 01 अगस्त की सुबह 5:00 बजे रानी शर्मा ने शाहपुरा के अर्बन लाइन में पांचवीं मंजिल पर स्थित अपने फ्लैट की बालकनी से कूदकर खुदकुशी कर ली थी।